My Feeble Attempts at Fictions.
Wednesday, 16 November 2011

एक पुरानी कहानी #Day16

कहानी है एक छोटे शहर की. एक बचपन की. 
छोटे से घर के छोटे से बगीचे की. एक नीम्बू के पेड़ की और नानी माँ की कहानियों की.
नीम्बू के अचार के साथ ठंडे परांठों की. आम की गुठलियों की, घड़े के ठंडे पानी की.  
दूध का गिलास हाथ में ले कर माँ जब पीछे भागती थी, तब की.
पेड़ों पर चढ़ने की, पड़ोस के दोस्तों के साथ पकड़ा पकड़ी खेलने की.
घर के पास के बाग़ में जा कर मछलियाँ देखने की. मौसेरे फुफेरे भाई बहनों को चिढ़ाने की, उनके साथ हंसने खेलने की.


बस कहानियां ही तो रह गयीं हैं अब वो सब बातें...


4 Wisecracks (Comment here):

Pratibha said...

bas kar pagli .. rulayegi kya .. :)


i loooved this vaise !!

Punkster said...

Poetic, Nostalgic.

Richa said...

@ Nimue :) humka maaphi deyi deo sarkar :D

@Punky, *embarrassed* :D

Anonymous said...

Sad for the new generation who will miss this life, i guess we wer blessed to have such wonderful childhood days, playing in mango fields during summer vacations and so many memories :)

thanks :)